– 2025 तक 500 एमएमटी हासिल करने की राह पर भारत की सबसे बड़ी परिवहन कंपनी
अहमदाबाद : भारत में सबसे बड़ी एकीकृत परिवहन कंपनी और विभिन्न व्यवसायों में सक्रिय अदाणीग्रुप कीकंपनी, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (“एपीएसईज़ेड”), ने वर्ष के अंत (मार्च 2022)से पहले ही 300 एमएमटी कार्गो की हैंडलिंग करके ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। दो दशक पहले ही परिचालन शुरू करने वाले एपीएसईज़ेड ने अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की है। एपीएसईज़ेडअखिल भारतीय कार्गो वॉल्यूम वृद्धि से बेहतर प्रदर्शन कर रहा हैऔर इसकी बाजार हिस्सेदारी तेजी से बढ़ रही है।
एपीएसईज़ेड के सीईओ और पूर्णकालिक निदेशक करण अदाणी ने बताया कि “हमारे कार्गो वॉल्यूम में हुई तेज वृद्धि अपनी रणनीति को कार्यान्वित करने की हमारी क्षमता का प्रमाण है।हमारी एकीकृत लॉजिस्टिक्स क्षमताओं के साथ जुड़ा हुआ, भारतीय समुद्र तट पर बंदरगाहों का हमारा नेटवर्क प्रौद्योगिकी-सक्षम डिजिटल परिचालन पर ध्यान केंद्रित करता है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमने अपने ग्राहकों और भागीदारों (जिसमें वैश्विक शिपिंग लाइनें शामिल हैं) के साथ गहरे संबंध बनाए हैं, और ये सब मिलकर एपीएसईज़ेड को एक संपूर्ण एकीकृत बंदरगाह और लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म बनाते हैं जोएक-दूसरे कीप्रगति में योगदान देते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि हमारी क्षमताओं को देखते हुए हमारे विकास में आई तेजी जारी रहेगी। हमारी क्षमताएं अब अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ हैं और बढ़ती हुई भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सहायक हैं।”
श्री अदाणी ने कहा कि “यह उपलब्धि वैश्विक बाजार और भू-राजनीतिक अस्थिरता के कारण हो रहे तेज परिवर्तनों के अनुकूल होने के साथ ही एपीएसईज़ेडकी क्षमता को भी रेखांकित करती है और एपीएसईज़ेड के सस्टेनेबल विकास में मदद करती है। हमारे विकास को आगे बढ़ाने वाली अपनी समर्पित टीमों और व्यावहारिक तौर पर इसे साकार करने वाले हमारे महान कार्यबल मैं धन्यवाद देता हूं। हम 2025 तक 500 एमएमटी के अपने लक्ष्य तक पहुंचने और 2030 तक दुनिया की सबसे बड़ी निजी बंदरगाह कंपनी के रूप में उभरने के प्रति आश्वस्त हैं।”
एपीएसई ज़ेड कार्गो वॉल्यूम बढ़ाने में लगने वाले समय में लगातार तेजी ला रहा है। जहां इसे प्रति वर्ष 100 एमएमटी (अपने पोर्टफोलियो में पांच पोर्ट के साथ) हासिल करने में 14 वर्ष लगे, वहीं एपीएसईज़ेड ने अगले पांच वर्षों में इसे दोगुना करते हुए200 एमएमटी वार्षिक (अपने पोर्टफोलियो में नौ पोर्ट के साथ) कर दिया। अबअपने पोर्टफोलियो में 12 पोर्ट के साथ, एपीएसईज़ेड की प्रति वर्ष 300 एमएमटी हैंडलिंग करने की महत्वपूर्ण उपलब्धि सिर्फ तीन वर्षों में हासिल हुई है। उल्लेखनीय है कि 200 एमएमटी से 300 एमएमटी तक की तीन वर्ष की यात्रा में महामारी के कारण पैदा हुई वैश्विक आर्थिक मंदी के दो वर्ष भी शामिल हैं।
अपने व्यवसाय परिचालन में तेजी लाने के साथ-साथ, एपीएसईज़ेड ने सतत विकास (सस्टेनेबिलिटी) के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं को भी अच्छी तरह से पूरा किया है। ऊर्जा और उत्सर्जन की तीव्रता मं 2016 के स्तर से लगभग 30% की कमी आई है। रबर टायर्ड गैन्ट्री क्रेन्स (आरटीजी) का विद्युतीकरण पूरा कर लिया गया है, और क्वे क्रेन्स और मोबाइल हार्बर क्रेन्स का विद्युतीकरण प्रगति पर है, जिसको वर्ष 2023तक पूरा करने का लक्ष्य है। डीजल आधारित इंटरनल ट्रांसफर व्हीकल्स (आईटीवी) को इलेक्ट्रिक आईटीवी से बदला जा रहा है। 100 इलेक्ट्रिक आईटीवी का पहला बैच 2022 के मध्य में आने की संभावना है और उम्मीद है कि आईटीवी की कुल संख्या 2023 में 400 को पार कर जाएगी। एक अन्य ग्रीन पोर्ट पहल के तहत ईंधन के रूप में एलएनजी का उपयोग करने वाले जहाजों के लिए पोर्ट ड्यूज़, पाइलोटेज और बर्थ किराया शुल्क में 50% की छूट है। पहले से चल रहे वनीकरण और कई अन्य हरित उपायों के साथ, एपीएसईज़ेड 2025 तक कार्बन न्यूट्रलिटी के अपने लक्ष्य को हासिल करने की राह पर है।