आम सभा, विशाल सोनी, चंदेरी। चंदेरी नगर के प्रथम वरिष्ठ पत्रकार तजुल खान का बीमारी के चलते निधन हो गया 68 वर्षीय ताजुल खान ने अपनी पत्रकारिता के क्षेत्र में सकारात्मक पत्रकारिता लेखन में अलग पहचान बनाई थी तजुल खान ने चंदेरी की दम तोड़ती ऐतिहासिक इमारतों को नईदुनिया इंदौर जैसे लोकप्रिय समाचार पत्र में अपने लेख प्रकाशन कर विश्व पर्यटन मानचित्र पर उभारने का सफल प्रयास किया था इसके लिए ताजुल खान ने राष्ट्रीय स्तर के पत्रकार सम्मेलन चंदेरी जैसी छोटी जगह में आयोजित कर चंदेरी की ऐतिहासिक धार्मिक इमारतों को पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित किया था जिसके चलते स्वर्गीय माधवराव सिंधिया एवं उनके पुत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चंदेरी की ऐतिहासिक धार्मिक गगनचुंबी इमारतों के रखरखाव के लिए भारतीय पुरातत्व विभाग एवं इंटक तथा पर्यटन विभाग के माध्यम से इन इमारतों पर मरम्मत के कार्य कराए थे तजुल खान ने वर्षों तक चंदेरी में गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर राष्ट्रीय स्तर के कवि सम्मेलन एवं मुशायरे के आयोजन भी किए थे खान द्वारा गरीब असहाय बेसहारा निर्धन विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए बरसों तक अपनी ओर से निशुल्क पुस्तकों का वितरण कर उनकी शिक्षा-दीक्षा में सहयोग दिया था पशु प्रेमी खान जीवन पर्यंत पशुओं के लिए भोजन की व्यवस्था करते रहे राजनीति के क्षेत्र में खान हमेशा स्वर्गीय माधवराव सिंधिया से जुड़े रहे उनके निधन के पश्चात उनके पुत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़े रहे कांग्रेस का टिकट ना मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भी राजनीतिक मैदान में भाग्य आजमाया था गरीब लोगों को भूमि के पट्टे दिलाने के प्रयास में जेल भी जाना पड़ा था किंतु इसके पश्चात गरीब लोगों के हित की लड़ाई में अपना कदम कभी पीछे नहीं किया था श्रमजीवी पत्रकार संघ चंदेरी इकाई के बरसों तक निर्विरोध अध्यक्ष बने रहे ताजुल खान बहुत ही मिलनसार हंसमुख स्वभाव के धनी थे वह आजीवन अविवाहित रहे उनके निधन से चंदेरी की पत्रकारिता को गहरी क्षति पहुंची है उनकी पत्रकारिता के जीवन से आज के पत्रकारों के लिए प्रेरणा लेना चाहिए तजुल खान की अंतिम यात्रा में जिले एवं चंदेरी के पत्रकारों के अलावा सभी धर्मों के लोगों ने शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित की।