– यह डिवाइस चारदीवारी के भीतर कोरोनावायरस को 99.9% तक बेअसर करने में प्रभावी साबित हुआ है, जहां इसके फैलने का खतरा सबसे ज्यादा होता है
नई दिल्ली : कोरोनावायरस को बेअसर करने में सफल उपकरण, शाइकोकेन का आविष्कार एवं निर्माण भारत में किया गया है, जो कोविड महामारी के बीच उद्योगों को सामान्य रूप से कामकाज के लिए तैयार कर रहा है। यह प्लग-एंड-प्ले डिवाइस चारदीवारी के भीतर कोरोनावायरस को फैलने से रोकता है और कार्यस्थल को पूरी तरह सुरक्षित बनाता है। यह डिवाइस बिना किसी अवरोध वाले 1,000 वर्ग-फुट के स्थान को कवर करता है और उच्च-तीव्रता वाले फोटॉन को इलेक्ट्रॉन में बदल देता है, जो हवा के साथ-साथ सतह पर मौजूद कोरोनावायरस की संक्रमण क्षमता को प्रभावहीन बना देता है।
कोविड-19 ने दुनिया भर के लोगों की सेहत को संकट में डाल दिया है, साथ ही सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्रों पर इसके दुष्प्रभावों ने जीवन के लगभग सभी पहलुओं को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। टीकाकरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सभी कार्यालय, कल-कारख़ाने, स्कूल तथा बिजनेस आउटलेट कर्मचारियों के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के साथ अपने-अपने कार्यस्थल पर पहले की तरह कामकाज शुरू करने की योजना बना रहे हैं। स्वच्छता के लिए सामान्य रूप से निर्धारित सख़्त मानकों के अलावा सुरक्षा के अतिरिक्त उपायों को अपनाना बेहद जरूरी है, ताकि कल-कारख़ानों और कार्यालयों के परिवेश को कर्मचारियों के लिए पूरी तरह सुरक्षित बनाया जा सके। शाइकोकेन कोरोनावायरस के सभी मौजूदा और भविष्य के रूपों एवं म्यूटेंट के खिलाफ़ बेहद कारगर है, जो लोगों के सेहत की हिफ़ाज़त के साथ-साथ कार्यस्थल को सुरक्षित बनाकर उत्पादकता में होने वाले लाखों घंटे के नुक़सान से बचाता है।
आलोक शर्मा, चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, शाइकोकेन, ने कहा, “इस महामारी की वजह से पूरी दुनिया में लोगों के रोज़गार को भारी नुक़सान हुआ है। अनलॉक की प्रक्रिया की शुरुआत के साथ ही, कार्यालयों, कल-कारख़ानों, मॉल, रेस्टोरेंट, आदि ने सुरक्षा के मानक उपायों का पालन करते हुए फिर से कामकाज शुरू कर दिया है। हमें खुशी है कि हम कंपनियों को अपने परिवेश को कर्मचारियों के सुरक्षित बनाकर कामकाज को फिर से शुरू करने में मदद कर रहे हैं। शाइकोकेन किसी भी कंपनी के 250 से ज्यादा कर्मचारियों को बेहद संक्रामक कोरोनावायरस से बचाने में मदद करेगा, जिससे महामारी का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा और कर्मचारी अपने कार्यालय परिसर में संक्रमित होने के डर के बिना काम कर पाएंगे।”
शाइकोकेन अच्छी तरह से डिज़ाइन किया गया एक उपकरण है, जो इस वायरस के खिलाफ़ बेहद असरदार और सुरक्षित है, जिसका भली-भाँति परीक्षण किया जा चुका है। इसमें न तो रेडिएशन, केमिकल, ओजोन अथवा इंसान या पर्यावरण को नुक़सान पहुँचाने वाली किसी सामग्री का उपयोग किया जाता है, और न ही यह इनका उत्सर्जन करता है। चारदीवारी के भीतर एक बड़े स्थान को सुरक्षित बनाने के लिए कई डिवाइस लगाए जा सकते हैं। अस्पताल, क्लीनिक, स्कूल, उच्च शिक्षण संस्थान, बैंकिंग क्षेत्र, विनिर्माण क्षेत्र और रिटेल आउटलेट, हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र, सरकारी कार्यालय, रियल एस्टेट निगम और व्यवसायों सहित बाजार के विभिन्न क्षेत्रों में शाइकोकेन का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जा सकता है।