नई दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर में आर्थिक दुश्वारियों को कम करने के उद्देश्य से सरकार ने शुक्रवार को फैसला किया कि मई और जून में गरीबों को मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया जाएगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। “प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लाभार्थियों को दो महीने- मई और जून- में हम पांच किलो अतिरिक्त अनाज मुफ्त देंगे।
पीएमजीकेएवाई की घोषणा 2020 में तीन महीनों के लिये जुलाई तक की गई थी जिसे बाद में गरीबों पर कोविड-19 के आर्थिक प्रभाव को कम करने के लिये नवंबर तक बढ़ा दिया गया था। इस योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) में पंजीकृत लाभार्थियों को प्रत्येक परिवार के हिसाब से पांच किलो गेहूं और चावल के साथ एक किलो दाल दी जाती थी। लेकिन इस साल सिर्फ अनाज दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता के अनुरूप है और भारत सरकार इस पहल पर 26,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम खर्च करेगी जिसमें अनाजों का अंतरराज्यीय परिवहन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का इस बात पर जोर है कि देश जब कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है तब यह जरूरी है कि गरीबों को पोषण सहायता मिले।