आम सभा, निवाड़ी। बीमा क्लेम लेने के लिए अपने मित्र की हत्या करने वाले आरोपी को निवाड़ी जिले की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने स्वयं का बीमा क्लेम हासिल करने के लिए दोस्त को अपनी पहचान देकर उसकी हत्या कर दी थी।
घटना का व्यौरा यूँ है निवाडी जिले के ओरछा थाना अंतर्गत वनगांय ओरछा मार्ग पर राजेश यादव के खेत के पास आम रोड पर गत 19 मार्च की सुबह एक अज्ञात व्यक्ति का जला हुआ शव मिला था। शव के पास ही एक जींस नीले रग का, टी-शर्ट नीले रंग की चैंपियन कंपनी की तथा कैंपस कंपनी के जूते एवं मौजे रखे हुये थे। मृतक के हाथ में घड़ी बंधी हुई तथा जली हुई हालत में बनियान तथा चड्डी पहने हुये था। मृतक के पास रखे कपडों से एक पर्स रेंगजीन का मिला जिसमें एक ड्रायविंग लायसेंस जिसमें पवन राजपूत पुत्र सीताराम राजपूत निवासी एसपी ऑफिस ललितपुर लिखा हुआ था।
एटीएम कार्ड पंजाब नेशनल बैंक का एवं अन्य बैंक कार्ड, यात्रा कार्ड भी मिले थे। इस संबंध में जब मृतक के पिता को पता चला तो सीताराम राजपूत तनय रज्जू सिंह राजपूत निवासी जल निगम बबीना द्वारा अज्ञात मृतक को अपने पुत्र पवन राजपूत उम्र 32 बर्ष के रुप में पहचाना गया तथा थाना ओरछा में मर्ग क्रमांक 10/20 धारा 174 जाफौ. पंजीबद्ध कराया गया मौके पर शव के पास मृतक पवन राजपूत के कपड़े व दस्तावजों के आधार पर अज्ञात मृतक की पहचान उसके परिजनों व पिता आदि के द्वारा करने पर पंचायतनामा शव किया गया तथा अन्य मिला हुआ सामान भी विधिवत जप्त किया गया एवं मृतक पवन राजपूत का पोस्ट मार्टम में डाक्टर पैनल द्वारा मृतक की मौत होमीसाइडल नेचर की पायी जाने से अपराध क्रमांक 67/20 धारा 302, 201 ताहि. पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना की गयी पुलिस अधीक्षक ने अज्ञात आरोपी पर 10000/- रुपये एवं पुलिस उप महानिरीक्षक छतरपुर रेंज छतरपुर द्वारा 20000/-रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
इसी बीच पवन राजपूत द्वारा उपयोग की गयी कार यूपी 14 ए डव्ल्यू 7040 झाँसी रेलवे स्टेशन के पास खड़ी हुई मिली, जिसे ट्राफिक पुलिस के सहयोग से बरामद किया गया। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर ज्ञात हुआ कि पवन राजपूत के करीबन 03 करोड रुपये के बीमा विभिन्न कंपनियों के थे। यह भी ज्ञात हुआ कि अज्ञात शव पवन राजपूत जैसा नहीं लगा विवेचना के क्रम में मृतक के मोबाईल एवं मृतक के पिता के मोबाईल के सीडीआर एवं पीएसटीएन डाटा लिये गये सूक्ष्म विवेचना पर पाया गया कि पवन राजपूत गत 18 मार्च को अपने दोस्त की कार से झाँसी गया था। उसकी जिन लोगो से बात हुई थी उन सबसे संपर्क किया गया तो नीरज परिहार निवासी पखरा जिला दतिया पर शक जाहिर हुआ वह नहीं मिला। उसका मोवाइल घटना दिनांक से ही बंद था। परिजनों द्वारा भी उसके संबंध में कोई सूचना नहीं मिली। नीरज परिहार को ही संदेही मानकर विवेचना की जा रही थी। इसी बीच मृतक के फोटो पवन राजपूत की पत्नी एवं बबीना में आसपास के लोगों को दिखाये गये तो अन्य लोगों ने बताया कि मृतक का हुलिया पवन राजपूत से नहीं मिलता परन्तु पवन राजपूत के परिजन लगातार उसे पवन राजपूत ही होना बताते रहे।
बैंक से खाता नंबर एवं बीमा पॉलिसी की जानकारी ली गयी तो पाया गया कि पवन राजपूत के खाते से भोपाल एटीएम से 40000/-रुपये गत 19 मार्च को निकाले गये हैं। पवन राजपूत के पिता की सीडीआर में पाया गया कि घटना के बाद उसके मोबाइल पर कोटा राजस्थान से किसी नंबर से दो तीन बार लम्बी बातचीत हुई है। पवन राजपूत के पिता बीमा क्लेम लेने हेतु लगातार दस्तावेज इकट्ठे कर रहा है। पुलिस टीम बनाकर राजस्थान भेजकर पता किया गया तब ज्ञात हुआ कि कोटा में पवन राजपूत के नाम से होटल विनायक में एक व्यक्ति रुका था वही फोन पर बबीना में सीताराम से बात कर रहा था। वह व्यक्ति वहाँ से जा चुका था टीम के वापस आने पर मुखबिर द्वारा सूचना मिली की बुंदेला बाबा मंदिर के पास पवन राजपूत देखा गया है। तत्काल मुखबिर की सूचना की तस्दीक कर कार्यवाही करते ह पवन राजपूत पिता सीताराम राजपूत उम्र 32 साल निवासी जल निगम बबीना को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ पर उसने बताया कि उसकी मृतक नीरज परिहार से करीब 01 वर्ष से मित्रता थी जिसकी कद-काठी भी मेरे समान ही थी। पवन राजपूत ने बताया कि मेरा करीबन पौने तीन करोड रुपये का बीमा था जिसे लेने के लिये उसने अपने दोस्त नीरज परिहार पिता अशोक परिहार निवासी पखरा थाना जिगना जिला दतिया हाल झाँसी को शराब पिलाकर गला दबाकर हत्या कर दी । पहचान छिपाने के लिये पेट्रोल डालकर ग्राम वनगांय के पास शव को जला दिया। नीरज परिहार के कपडे उतारकर तथा मोबाइल आदि सामान फेंक दिया। साथ ही अपने कपडे जूते एवं आधार कार्ड बैंक एटीएम आदि सामान शव के पास रख दिया, जिससे कि बीमा कंपनी से खुद को मृत घोषित कर बीमा राशि प्राप्त की जा सके।
आरोपी को न्यायालय पेश किया जाकर अन्य साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। नीरज परिहार का डीएनए परीक्षण कराया जा रहा है, वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उक्त प्रकरण में टीम को पुरुष्कृत करने की घोषणा की गयी है।