नेहरू दर्शन एवं विरासत पर राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं इतिहास परिषद के अध्यक्ष में अधिवेशन का समापन
भोपाल : शासकीय हमीदिया कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में इतिहास विभाग एवं मध्य प्रदेश इतिहास परिषद के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी एवं मध्य प्रदेश इतिहास परिषद के 38वे अधिवेशन का समापन डॉक्टर रहमान अली रिटायर्ड प्रोफेसर एवं पुरातत्व वेता के मुख्य आतिथ्य एवं प्रचार पुष्पलता चौकसे की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। प्रोफेसर रहमान अली ने नेहरू जी के व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अपनी विचारधारा व समाजवादी दर्शन के कारण नेहरू सदा प्रसांगिक रहेंगे। तृतीय विश्व के लिए गुट निरपेक्षता की नीति नेहरू की राजनीतिक दूरदर्शिता का स्पष्ट प्रमाण है। प्रभारी प्रचार डॉ. पुष्पलता चौकसे ने संगोष्ठी के विभिन्न सत्रों की समीक्षा करते हुए आयोजकों को बधाई व शुभकामनाएं प्रेरित की। उल्लेखनीय है की दो दिवसीय शोध संगोष्ठी में मध्य प्रदेश तथा विभिन्न राज्यों के लगभग 200 प्रतिभागियों ने सहभागिता की एवं लगभग 150 शोध पत्र प्राप्त हुए। चतुर्थ सत्र की अध्यक्षता की डॉ वंदना गुप्ता एवं सह अध्यक्षता कि डॉ आरपी सिंह ने। संगोष्ठी का संचालन डॉक्टर रचना मिश्रा के द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ अनिल दुबे के द्वारा किया गया।