नई दिल्ली
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी का असर अब पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों पर दिखने लगा है. इसीलिए घरेलू स्तर पर पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में सोमवार को कोई बदलाव नहीं देखने को मिला है. देश की सबसे बड़ी ऑयल मार्केटिंग कंपनी IOC के मुताबिक, दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल के दाम 74.63 रुपये के भाव पर है. वहीं, इस दौरान डीज़ल के दाम 66.94 रुपये के स्तर पर है. आपको बता दें कि केंद्र सरकार (Central Government) विचार कर रही है कि तेल कंपनियों (Oil Companies) को कम प्रदूषण वाले ईंधन के लिए प्रीमियम चार्ज वसूलने की मंजूरी दे दी जाए. दरअसल, इन कंपनियों ने नए इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर हुए खर्च की भरपाई करने के लिए सरकारी पेट्रोल-डीजल की दरें बढ़ाने की मांग की है.
इस फैसले से क्या होगा-अगर ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OCM’s) के इस प्रस्ताव को सरकार मान लेती है तो आपको एक लीटर पेट्रोल या डीजल के लिए 80 पैसे से लेकर 1.50 रुपये प्रति लीटर तक खर्च करना पड़ सकता है. खास बात ये भी हैं यह बढ़ोतरी अगले पांच साल के लिए जारी रह सकती है.
>> पेट्रोल और डीजल के लिए उपभोक्ताओं को अगले 5 साल तक ज्यादा कीमत चुकाने पड़ सकते हैं. दरअसल, सरकार तेल खुदरा दाम पर प्रीमियम यानी अधिमूल्य को लेकर तेल कंपनियों की मांग पर विचार कर रही है.
>> तेल कंपनियां बीएस-स्टेज-6 के ईंधन बनाने के लिए अपने रिफाइनरी को अपग्रेड करने में होने वाले निवेश का एक अंश हासिल करना चाहती हैं.यही वजह है कि सरकार से मदद की मांग कर रही हैं.
बता दें कि तेल कंपनियां हर दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में मामूली कटौती या वृद्धि करती हैं.>> अगर प्रीमियम चार्ज को मंजूरी मिलती है तो पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि हो जाएगी. इस बढ़ोतरी की वजह से महंगाई भी बढ़ने की आशंका होगी.हालांकि सरकार की ओर से प्रीमियम चार्ज को लेकर अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है.
>> आपको बता दें कि कि सरकारी तेल कंपनियों ने BS-VI ईंजन के लिए ईंधन तैयार करने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर पर करीब 80 हजार करोड़ रुपये खर्च किया है. वहीं, प्राइवेट तेल विपणन कंपनियों ने भी बड़े स्तर पर खर्च किया है.
>> कुछ साल पहले ही केंद्र सरकार ने ईंधन की कीमतों में डिरेग्युलेट किया था. इसका मतलब है कि सरकार के इस कदम के बाद देश भर में पेट्रोल-डीजल का भाव अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर ही तय होता है. वर्तमान में, हर रोज तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की दरें जारी करती हैं.