आम सभा, भोपाल : मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड ने मांडू के ऐतिहासिक शहर को नए सिरे से जनता के बीच लोकप्रिय बनाने के उद्देष्य से मांडू उत्सव 2019 के पहले संस्करण के आयोजन की घोशणा की है। उत्सव का आयोजन आगामी 28 दिसंबर, 2019 से 1 जनवरी, 2020 तक किया जाएगा। 5 दिनों तक चलने वाले इस भव्य उत्सव के आयोजन की जिम्मेदारी संभाली है ई-फैक्टर एंटरटेनमेंट (प्राइवेट) लिमिटेड ने जो इस दौरान षहर की ऐतिहासिक विरासत और आधुनिक बोध का संगम कराते हुए उत्सव को अंजाम देंगे।
उत्सव का प्रेरक विशय रहेगा खोजने में खो जाओ और इस पृश्ठभूमि में उत्सव में भाग लेने वाले लोगों को षहर की सांस्कृतिक धरोहर से रूबरू होने का मौका मिलेगा। इस मकसद से उत्सव मे ंदौरान कला प्रस्तुतियों के अलावा वर्कषॉप, आर्ट इंस्टॉलेषन्स, नेचर ट्रेल्स और वॉक का आयोजन किया जाएगा और साथ ही फिल्मों का प्रदर्षन, काव्य पाठ, खान-पान, वास्तुषिल्प से लेकर संगीत समेत और भी बहुत कुछ होगा। यानी, मांडू उत्सव 2019 हरेक के लिए कुछ न कुछ लेकर आ रहा है। इन आयोजनों में पारंपरिकता और प्राचीन आकर्शणों का मेल समेटा गया है। मांडू उत्सव फोटोग्राफरों के लिए भी षहर के अतीत, विरासत, खान-पान परंपराओं और इंस्टाग्रामेबल धरोहरों के जरिए रोमांस की पेशकश करेगा। उत्सव सही मायने में कन्टेंट क्रिएटर्स को आने वाले लंबे समय के लिए यादगार लम्हों से भर देगा।
उत्सव के शुभारंभ के अवसर पर अध्यात्मिक और सुखद षुरूआत करते हुए, कैरावान सराय में प्रतिभागियों के लिए योग और प्रभाती रागों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही, होंगे साइकलिंग टूर, वॉकिंग टूर या फिर शहर के समृद्ध इतिहास को टटोलने का अवसर देने वाली हॉप-ऑन-हॉप-ऑफ बसों की सवारी। किस्सों-कहानियों को सुनाने वाली तीन ट्रेल्स को सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है और अनुभवी स्टोरीटैलर्स षहर के आकर्शणों, अतीत और परंपराओं की चाषनी में डुबोकर शहर के भव्य अतीत का रसास्वादन कराएंगे।
मांडू उत्सव 2019 के लोगो और पोस्टर का अनावरण करते हुए मध्य प्रदेश के माननीय पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने कहा, ’’मांडू उत्सव हमारे शहर, हमारे राज्य और हमारे देष की छवि को नए अंदाज़ में पेष करेगा। हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने वाला यह उत्सव पर्यटन को सजग और सक्रिय बनाने वाला साबित होगा। इसके माध्यम से मांडू सभी के लिए सौंदर्य से भरपूर ऐसे स्थल के रूप में सामने आएगा जिसे किसी भी कीमत पर अनदेखा नहीं किया जा सकता। मांडू उत्सव भारतीय पर्यटन के हृदयस्थल पर मांडू को स्थापित करने के साथ-साथ अंतरराश्ट्रीय स्तर पर भी इसकी पहचान बनाएगा।‘‘
इसी उत्सव के दौरान बाज बहादुर और रानी रूपमती की खूबसूरत प्रेम गाथा को भी टटोलने का अवसर मिलेगा। बाओबाब के विषाल दरख़्तों के इर्द-गिर्द सजेंगी कहानियों की महफिलें जो उत्सव में षिरकत के लिए आने वाले अतिथियों को मांडू के गौरवषाली अतीत, इसकी परंपराओं, इसके किस्सों-कहानियों से मिलवाएंगी। और इस तरह षहर एक बार फिर जीवंत होगा।