Sunday , November 23 2025
ताज़ा खबर
होम / राज्य / मध्य प्रदेश / टेक्नोक्रेट्स समूह में फार्म फारवर्ड के संबध में भ्रामक खबर के संबंध में

टेक्नोक्रेट्स समूह में फार्म फारवर्ड के संबध में भ्रामक खबर के संबंध में

आम सभा, भोपाल : टेक्नोक्रेट्स समूह के छात्र नयन की आकस्मिक मृत्यु को आत्महत्या किये जाने की घटना वताकर विभिन्न समाचार पत्रों द्वारा छात्रों के फार्म फारवर्ड न होने से जोड़ा गया है जो कि पूर्णतः असत्य है। क्योकि छात्र के पास से कोई भी सुसाइट नोट प्राप्त नही हुआ है। छात्र नयन के पिता जितेन्द्र एवं उसके रूम पार्टनर रोहित के अनुसार नयन पिछले कुछ दिनों से लापता था जिसकी सूचना उसके रूम पार्टनर ने थाना पिपलानी में 06 नवम्बर की सुबह को ही लिखित दी थी एवं उनके पिता श्री जितेन्द्र जी को भी सूचित किया गया था। उक्त छात्र का शव दिनांक 07 नवम्बर को हताईखेड़ा डेम में मिला था।

चूकि राजीव गाँधी प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय की फार्म फारवर्ड विना लेट फीस के करने की कल 07 नवम्बर को रात्रि 12 बजे तक आर.जी.पी.व्ही में अतिंम देय तिथि थी एवं 13 नवम्बर तक 500 रूपये लेट फीस के साथ अंतिम तिथि थी एवं विश्वविद्यालय के नियमानुसार छात्रों की उपस्थिती 75 प्रतिशत होना अनिवार्य है जिसमें समूह के कुछ छात्रों की उपस्थिती कम होने के कारण उनका फार्म फारवर्ड नही हो पाया था जिसके कारण कुछ शरारती छात्रों ने इस मुददे को नयन की आत्महत्या से जोड़कर छात्रों का कल रात में एक वाट्सएप ग्रुप रिवोल्यूसनरी स्ट्राइक नाम से बनाया जिसमें यह प्लानिंग की कि इस आकस्मिक मृत्यु को मुददा बनाते हुए यह कहेंगे कि फार्म फारवर्ड न होने के कारण उसने आत्महत्या कर ली (वाट्सएप ग्रुप चेटिंग सलंग्न)।

इस तरह जिन छात्रों की उपस्थिती 75 प्रतिशत से कम थी ऐसे छात्रों ने पूर्व योजना के तहत फार्म फारवडिंग की मांग करते हुए पुलिस की उपस्थिती में नारेबाजी की एवं कॉलेज परिसर में तोड़फोड़ की। पुलिस प्रशासन के लगातार अनुरोध के वाबजूद भी छात्रों ने अपना उपद्रव जारी रखा एवं कॉलेज परिसर में तोड़फोड़ की एवं पत्थरबाजी कर संचालक एवं अन्य फेकल्टी स्टाफ की गाडियों, बिल्डिंग के कॉच इत्यादि को क्षति पहुंचाई एवं संस्था के सुरक्षा अधिकारी को भी घायल किया।

नयन के रूम पार्टनर रोहित एवं उनके पिता श्री जितेन्द्र जी ने आज स्वयं संस्थान के संचालक डॉ. भूपेन्द्र वर्मा को बताया कि पिछले कई दिनो से नयन हैदराबाद में साफ्टवेयर की ट्रेनिंग के लिए गया था, वहाँ से लौटने के बाद वह मानसिक तनाव में रहता था। छात्र की कॉलेज फीस का नोड्यूस था एवं उसका फार्म भी फारवर्ड हो गया था। अतः छात्र की मृत्यु की इस घटना को फार्म फारवडिंग से जोड़ना पूर्णतः गलत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Enable Google Transliteration.(To type in English, press Ctrl+g)