आम सभा, भोपाल : कांग्रेस सरकार के वचन पत्र पर अमल कर मंदसौर जनपद की सेमलिया हीरा पंचायत ने बनाई 27 लाख में मध्य प्रदेश की सबसे पहली गौशाला मुख्यमंत्री और पंचायत मंत्री और पशुपालन मंत्री के लोका अर्पण की प्रतीक्षा में ग्राम पंचायत मंदसौर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत सेमलिया हीरा ने भारी बारिश के चलते हुए विपरीत परिस्थितियों में कांग्रेस सरकार के वचन पत्र में ग्राम पंचायतों पर गौशाला बनाने के वचन पत्र को पूरा करने के उद्देश्य मध्य प्रदेश में सबसे पहले 2700000 की गौशाला बनकर तैयार कर दी है जो फोटो से भेजे गए चित्र में भव्य विशाल गोशाला और गायों के लिबी चरण के लिए भव्य तालाब और पेयजल की व्यवस्था के लिए कूप का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है वही गौशाला में फुल लाइटिंग की व्यवस्था भी की गई है .
उक्त आशय की जानकारी सुभाष शर्मा पंचायत सचिव सेमलिया हीरा और सरपंच उषा बाई ने बताया कि सरकार के वचन पत्र को अमल में लाकर के मध्य प्रदेश सरकार के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी की गौ माता की सेवा के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए विशाल गोशाला बनाकर तैयार कर दी गई है इतना ही नहीं सचिव सुभाष शर्मा के प्रयासों से लगभग 1000 गायों की व्यवस्था के लिए उच्च तकनीकी से गौशाला का निर्माण किया गया है और रहने के लिए चौकीदार के लिए रूम गाय के बछड़ों की व्यवस्था और गाय के स्थाई रूप से भोजन के रूप में भूसे की व्यवस्था के लिए गोदाम का निर्माण भी किया गया है और एक स्थाई रूप से कूप निर्माण किया गया है ताकि गायों के लिए 12 महीने पानी की व्यवस्था रहे और गायों के चराने के लिए दबंगों के पास दवाई हुई अवैध जमीन को छोड़ा करके उसके लिए आरक्षित की गई है.
सुभाष शर्मा सचिव ने बताया कि उक्त गौशाला निर्माण में पंचायत सचिव संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा का भी पूरा मार्गदर्शन मिला है उनके यह काम संभव हुआ है आज प्रदेश में गौशाला निर्माण के लिए पंचायतों में निम्मी खुद ना शुरू हुई है लेकिन यहां पर कार्य पूरा कर दिया गया है अब ग्राम पंचायत और ग्राम वासियों की मांग है कि कमलनाथ जी की सरकार ने वचन पत्र में जो गौशाला निर्माण का संकल्प लिया था उसका पूरा होने का अभियान शुरू हो चुका है आज गौ माता को लक्ष्मी मानने वाले और पूछने वाले गायों को दर-दर भटकता हुआ देख रहे थे.
लेकिन कांग्रेस सरकार ने वचन पत्र में गौशाला का ऐतिहासिक फैसला लेते हुए या निर्णय लिया है ज्ञात हो कि यह गौशाला राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत मद से की गई है लोगों का कहना है कि 15 साल से दाएं आवारा जानवर के रूप में पहचानी जाती थी अब गाने माता के रूप में जाने जाएगी और गौशाला में पूजी जाएगी ग्राम पंचायत में निर्णय लिया है कि गौशाला का संचालन ग्राम पंचायत अपने ही अधीन रखेगी ताकि गांव को कोई दुख कोई दुविधा ना हो अब गाय सड़कों पर मरेगी नहीं और ना ही सड़कों पर आवारा पशु के नाम से जानी जाएगी ग्राम पंचायत ने मांग की है कि कमलनाथ जी की बहुत बड़ी उपलब्धि है इसका शुभारंभ कमलनाथ जी मुख्यमंत्री पशुपालन मंत्री और पंचायत मंत्री आंखें करें तो क्षेत्र की लगभग 1000 गायों को हम मुख्यमंत्री की उपस्थिति में गौशाला में प्रवेश कराने की तैयारी कर रहे हैं