साक्षी मिश्रा और अजितेश की लव मैरिज पर जहां पूरे देश में चर्चा और बहस छिड़ी है वहीं युवती के विधायक पिता ने पहली बार इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. गुरुवार को साक्षी के पिता और बरेली से बीजेपी के विधायक राजेश मिश्रा ने इस मामले में अपनी बात रखी है. बातचीत में उनका दर्द छलक आया और उन्होंने कहा कि मैं घर से बाहर नहीं निकलना चाहता हूं. मेरी भावनाएं आहत हुई हैं, मेरा पूरा परिवार सदमे में है.
उन्होंने कहा कि इस बात का फायदा उठा कर कुछ नेताओं और अधिकारियों की लॉबी ने मेरी छवि खराब करने की कोशिश की है. यह सब मेरा राजनीतिक करियर खत्म करने के लिए किया गया है.
बेटी के लिए क्या बोलूं..
आजतक की एक रिपोर्ट के अनुसार राजेश मिश्रा ने कहा कि बेटी के लिए क्या बोलूं, मैं उस पर कोई टिप्पणी करना नहीं चाहता हूं. इस घटना को याद करना ही मेरे पूरे परिवार के लिए दुखद है. मुझे विधायक होने के चलते विधानसभा सत्र में होना चाहिए था लेकिन मैं घर से भी बाहर नहीं निकलना चाहता हूं. उन्होंने इस पूरी घटना के पीछे विरोधियों का हाथ बताते हुए कहा कि अजितेश को मेरे परिवार के खिलाफ बोलने के लिए उकसाया गया. गौरव अरमान के साथ ही दो वरिष्ठ नेता अजितेश और उसके परिवार की इस मामले में सहायता कर रहा है.
छोटी बेटी को सोता हुआ छोड़ गई साक्षी
उन्होंने कहा कि जब साक्षी घर छोड़ कर गई तो उस समय उसके साथ मेरी छोटी बेटी थी. छोटी बेटी सो रही थी और साक्षी पीछे से चली गई. मैं लखनऊ से बरेली लौट रहा था और बेटा दिल्ली के एम्स अस्पताल गया हुआ था.
बीजेपी विधायक ने कहा कि 3 जुलाई को जब साक्षी ने घर छोड़ा था तब 2 युवक घर आए थे जो गौरव के संपर्क में थे. इसके एक दिन बाद साक्षी और अजितेश पर वीडियो रिकॉर्ड करने का दबाव बनाया गया.
कभी मेरे साथ बिजनेस करता था
मिश्रा ने बताया कि गौरव अरमान कभी उनके साथ व्यवसाय करता था. जब उसने धोखा दिया तो मैंने उससे दूरी बना ली थी. इसके बाद वो मेरे विरोधियों के साथ मिल गया. उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि रही है. मिश्रा ने बताया कि गौरव मेरी हत्या की योजना बना रहा था. इसकी एक ऑडियो रिकॉर्डिंग उसके पुराने साथी ने पुलिस को उपलब्ध करवाई है, अब मैं पुलिस जांच के नतीजों का इंतजार कर रहा हूं.
बेटी पर बनाया विडियो रिकॉर्ड करने का दबाव
बेटी साक्षी मिश्रा का वीडियो वायरल होने की बात पर बीजेपी विधायक ने कहा कि एक नौकरशाह की पत्नी ने साक्षी पर वीडियो रिकॉर्ड करने का दबाव बनाया था. महिला ने राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते साक्षी को मेरे और परिवार के खिलाफ बोलने के लिए उकसाया गया. मैंने साक्षी को कुछ भी नहीं बोला था तो फिर वह वीडियो क्यों बनाया गया और उसे मीडिया में क्यों दिया गया.