नई दिल्ली
दिवंगत पूर्व पीएम राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर वन बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए बयान के बाद कांग्रेस और बीजेपी में ठन गई है। दोनों दल एक-दूसरे को घेरने में लगे हैं। नया बयान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल की तरफ से आया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने 1989 में उस विश्वनाथ प्रताप सिंह सरकार को समर्थन दिया था, जिसने राजीव को अतिरिक्त सुरक्षा देने से इनकार कर दिया था। पटेल ने पीएम मोदी के बयान को कायरता की निशानी बताई। बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार करने में देर नहीं लगाई और कहा कि अभीतक कांग्रेस राजीव गांधी की हत्या के लिए अपनी मौजूदा सहयोगी डीएमके को जिम्मेदार ठहराती थी, अब कांग्रेस को इसमें बीजेपी की भूमिका नजर आ रही है। बता दें कि पीएम मोदी ने राजीव को ‘भ्रष्टाचारी नंबर -1’ बताया था।
पटेल ने पीएम मोदी पर किया हमला
पटेल ने ट्वीट किया, ‘शहीद प्रधानमंत्री के बारे में बुरा कहना कायरता की निशानी है। लेकिन उनकी हत्या के लिए जिम्मेदार कौन है? बीजेपी समर्थित वी.पी.सिंह सरकार ने उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा देने से इनकार कर दिया और उन्हें सिर्फ एक पीएसओ दिए वह भी तब जब खुफिया सूचना उपलब्ध थी और सुरक्षा के लगातार अपील की गई थी।’ उन्होंने आगे ट्वीट किया, ‘राजीव जी ने उनकी नफरत के कारण जिंदगी गंवाई और वह आधारहीन आरोपों का जवाब देने के लिए हमारे बीच मौजूद नहीं हैं जो कि उनपर लगाए जा रहे हैं।’
बीजेपी ने किया पलटवार
बीजेपी नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पटेल के आरोपों का जवाब देने में देर नहीं लगाई और ट्वीट कर कहा, ‘दिसंबर 1990 से मई 1991 तक, जिस दौरान राजीव गांधी की हत्या की गई उस दौरान कांग्रेस केंद्र में चंद्रशेखर सरकार का समर्थन कर रही थी।’
पीएम मोदी ने क्या कहा था
बता दें कि पीएम मोदी ने झारखंड की एक चुनावी रैली में बोफोर्स घोटाले की तरफ इशारा करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर बिना नाम लिए हमला बोला था। उन्होंने कहा था, ‘आपके (राहुल गांधी) पिताजी को आपके राज दरबारियों ने गाजे-बाजे के साथ मिस्टर क्लीन बना दिया था लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नंबर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया। नामदार यह अहंकार आपको खा जाएगा। यह देश गलतियां माफ करता है, मगर धोखेबाजी को कभी माफ नहीं करता।’ उनके इस बयान से काफी विवाद पैदा हो गया था और कांग्रेस ने उनकी शिकायत लेकर चुनाव आयोग पहुंची थी, लेकिन चुनाव आयोग ने उन्हें इस मामले में क्लीन चिट दे दी।
राहुल ने किया था पीएम मोदी पर हमला
उधर, पीएम के बयान पर राहुल गांधी ने जवाब देते हुए कहा, ‘मोदीजी, लड़ाई खत्म हो चुकी है। आपके कर्म आपका इंतजार कर रहे हैं। खुद के बारे में अपनी आंतरिक सोच को मेरे पिता पर थोपना भी आपको नहीं बचा पाएगा। सप्रेम और झप्पी के साथ- राहुल।’
पीएम मोदी ने दी थी कांग्रेस को चुनौती
इसके बाद पीएम मोदी ने फिर एक चुनावी रैली में पलटवार करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस में हिम्मत है तो वह दिल्ली में राजीव गांधी के नाम पर चुनाव लड़कर दिखाए। उनकी इस चुनौती पर राजीव गांधी की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने पीएम मोदी को न सिर्फ दुर्योधन की उपाधि दे डाली बल्कि पलटवार करते हुए उन्हें नोटबंदी के मुद्दे पर चुनाव लड़ने की भी चुनौती दी।