पटना:
ईवीएम पर रार के बीच मुजफ्फरपुर से चौंकाने वाली खबर आई। यहां एक होटल में कुछ ईवीएम मशीनें रखी गईं थीं जिसके बाद सियासत गरमा गई। लेकिन इस मुद्दे पर वहां के निर्वाचन अधिकारी ने सफाई भी दी है। उन्होंने कहा कि इस विषय में जांच की जा रही है कि आखिर किसी गलत मंशा के साथ मशीनें होटल में रखी गईं थी या ये कोई मानवीय चूक थी।
मुजफ्फरपुर के डीएम आलोक रंजन घोष ने कहा कि होटल में ईवीएम को नहीं रखा जाना चाहिए था। यह नियमों के खिलाफ है। इस मामले में संबंधित अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि ईवीएम के संबंध में स्पष्ट दिशा निर्देश है कि उन्हें कहां रखा जाना है। जहां तक मौजूदा मामले की बात है तो इस संबंध में वो स्पष्ट करना चाहते हैं कि अगर जानबूझ कर इस तरह की हरकत को अंजाम दिया गया होगा तो दोषी लोगों के खिलाउ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सेक्टर ऑफिसर को कुछ मशीनें रिजर्व के तौर पर दी गईं थीं ताकि किसी ईवीएम की खराबी के हालात में उसे बदला जा सके। कुछ खराब ईवीएम को बदले जाने के बाद संबंधित अधिकारी के पास दो बैलटिंग यूनिट 1 कंट्रोल यूनिट और दो वीवीपैट मशीनें उनकी कार में रह गईं। इस संबंध में कुछ राजनीतिक दलों ने धांधली किए जाने का आरोप लगाया गया है। विपक्षी दलों का कहना है कि इस तरह की घटना से साफ है कि चुनावी प्रक्रिया में इस दफा कितनी खामियां हैं।