नई दिल्ली।
पुलवामा टेरर अटैक के बाद भारत-पाक के बीच तनावपूर्ण स्थिति और अंतरराष्ट्रीय दबाव से पड़ोसी देश डरा हुआ है। यही वजह है कि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का दिखावा कर रहा है। ऐसे में अब भारत की तरफ से पाकिस्तान को स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर वह आतंकवाद के खिलाफ गंभीर है तो देश के दुश्मनो कों हमारे हवाले कर दे।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने भारत सरकार के सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारत ने पाक को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा है कि अगर पाकिस्तान वास्तव में आतंकवाद के खात्मे को लेकर गंभीर है और ठोस कार्रवाई करना चाहता है तो उसे वहां छिपे बैठे दाउद इब्राहिम व सैयद सलाहुदीन जैसे भारत के दुश्मनों को सौंप देना चाहिए। आतंक के ये आका भारतीय नागरिक हैं और पाकिस्तान में छिपे बैठे हैं।
भारत सरकार की तरफ से कहा गया है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद बने माहौल में भी पाकिस्तान जैश-ए-मुहम्मद और उसके जैसे अन्य आतंकी संगठनों के खिलाफ कोई भी भरोसेमंद कार्रवाई करने में असफल रहा है। भारत ने पाकिस्तान द्वारा कुछ आतंकियों को हिरासत में लिए जाने के कदम को दिखावा करार दिया है। साथ ही ये भी कहा है कि इस तरह के दिखावे से कुछ भी हल होने वाला नहीं है।
भारत ने पाक को कहा है कि वह यहां पर हुई सिलसिलेवार आतंकी घटनाओं के लिए जिम्मेदार दाउद इब्राहिम, सलाहुद्दीन जैसे अन्य मोस्ट वांटेड आंतकियों को सौंपे। सूत्रों के अनुसार भारत ने पाकिस्तान को कई ऐसे पुख्ता सुबूत सौंपे हैं, जिसे किसी तीसरे देश से भी सत्यापित कराया जा सकता है। इसमें इस्लामाबाद से संचालित होने वाले आतंकी समूहों के कोऑर्डिनेट्स भी शामिल हैं। मालूम हो कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत की कूटनीतिक ने पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग कर दिया है।
भारत ने स्पष्ट किया है कि उसे पाकिस्तान से उसकी सरजमीं पर चल रहे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ पुख्ता और सत्यापित कार्रवाई चाहिए। मालूम हो कि भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े मौजूद तनाव की वजह 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुआ आत्मघाती हमला है। इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान से संचालित होने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद ने ली थी। जैश-ए-मुहम्मद का मुखिया मसूद अजहर, भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी है। उस पर भारत में कई आतंकी हमले कराने का आरोप है।
पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट विमानों ने 26 फरवरी 2019 को पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट में चल रहे जैश-ए-मुहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर बम गिराकर तबाह कर दिया था। इसके अगले दिन ही पाकिस्तान ने भी अपने लड़ाकू विमानों को भारत की सीमा में भेजकर सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का नाकाम प्रयास किया था। इसके बाद से ही पाकिस्तानी सेना जम्मू-कश्मीर से लगी सीमा पर लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर युद्ध जैसे हालात पैदा कर रही है।