नई दिल्ली
दिल्ली कांग्रेस चीफ शीला दीक्षित ने पद संभालने के साथ ही आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दे दिया है। शीला ने आप के साथ गठबंधन की खबरों से इनकार किया है, यह बीजेपी के लिए जरूर राहत की खबर हो सकती है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि भले ही शीला ने इनकार किया हो, लेकिन पार्टी में गठबंधन को लेकर एक राय अभी तक नहीं है।
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘आप के साथ काम करने का कोई संभव रास्ता नहीं है। मैंने कभी नहीं कहा कि हम आप के साथ किसी तरह के गठबंधन के पक्ष में हैं। अगर मेरे हवाले से इस तरह की बात कही जा रही है तो मैं बस यही कहूंगी कि मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। हम आप के साथ गठबंधन के किसी विकल्प पर विचार नहीं कर रहे हैं।’
बता दें कि विजय गोयल ने शीला के पद संभालते ही गठबंधन की खबरों पर तंज करते हुए ट्वीट किया था। गोयल ने कहा था, ‘शीला दीक्षित जी को बधाई! उम्मीद है कि आप ने कई मौकों पर उनका कितना अपमान किया है, यह वह नहीं भूलेंगी।’ गोयल ने अपने ट्वीट में शीला दीक्षित के मुख्यमंत्री रहने के दौरान अरविंद केजरीवाल की तरफ से लगाए गए आरोपों और गोल मार्केट में केजरीवाल के हाथों हुई शीला की हार का जिक्र किया था।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ हैं। बीजेपी के लिए यह अच्छी खबर पंजाब से भी है क्योंकि सिंह ने आप के साथ कांग्रेस के गठबंधन की खबरों को पूरी तरह से नकार दिया है। पंजाब के सीएम आम आदमी पार्टी और केजरीवाल की भी कई बार खुलकर आलोचना कर चुके हैं।
दिल्ली में गठबंधन की कोई उम्मीद नहीं है, ऐसा भी नहीं कहा जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में कांग्रेस और आप के गठबंधन को लेकर हाई कमान पर बातचीत हो सकती है। खुद पार्टी के अंदर गठबंधन को लेकर एक राय नहीं है। कांग्रेस का एक धड़ा भले ही गठबंधन के खिलाफ हो, लेकिन एक वर्ग इसके समर्थन में भी है। सूत्रों के अनुसार, आप दिल्ली में कांग्रेस को दो से ज्यादा सीट देने पर तैयार नहीं है और कांग्रेस 4 सीट की मांग कर रही है।