भोपाल। भोपाल हाट में नेशनल हैण्डलूम एक्सपो पिछले 4 दिसम्बर से लगा हुआ है जो 18 दिसम्बर 2018 तक चलेगा। इस एक्सपो में भारत के अनेक राज्यों के बुनकरो अपने हैण्डलूम वस्त्रों के स्टॉल लगाये है। 120 से ज्यादा हैण्डलूम स्टॉल से पूरा भोपाल हाट भरा हुआ है। स्टॉल नम्बर 81 आजमगढ़ वनारस के बुनकर मो. नसीम को मिला है। बुनकर नसीम ने बताया उनके पास जामावार तनचुई वनारसी साडि़यां उपलब्ध है। इसकी कीमत 35 हजार रू. है।
इस आकर्षक साडि़यों को दिल्ली में बड़ी डिमाण्ड है। भोपाल में भी इस शानदार साड़ी को ग्राहक मिल रहे है। इस साड़ी को बनाने में डेढ़ माह का समय लगाता है। जिसे 4 बुनकर मिलकर बनाते है। इनके स्टॉल में प्योर वनारसी सिल्क की बहुत आकर्षक साडि़यां उपलब्ध है। स्टॉल नम्बर 99 में कुकछी धार जिले के बुनकर को मिला है उनके पास बांग प्रिन्ट में अनेक आकर्षक सूट साडि़यां एवं रनिंग फेवरिक उपलब्ध है। उनकी कीमत 6 सौ रू. से लेकर 2 हजार रू. तक है।
नेशनल एक्सपो में स्टॉल डिस्प्ले प्रतियोगिता सम्पन्न
भोपाल हाट में एक्सपो समिति ने 12 दिसम्बर को स्टॉल डिस्प्ले प्रतियोगिता कराई, जिसमें डिजाईनिंग में अध्ययनरत कालेज की छात्राओं ने हिस्सा लिया। छात्राओं को किसी एक स्टॉल को चुनकर स्टॉल डिस्प्ले करना था। जिसमें एक ग्रुप में 4 छात्राओं को मिलकर स्टॉल डिस्प्ले करना था। स्टॉल डिस्प्ले के लिए समय सीमा दोपहर 2.00 बजे से 3.30 बजे तक ज्यूरी मेंबर द्वारा दी गई थी।
जिसमें प्रथम पुरस्कार स्टॉल 61 को मिला जिसको दीपा यादव, पदमनी, याशमीन खान, श्विानी ठाकुर ने स्टॉल डिस्प्ले किया था। द्वितीय पुरस्कार स्टॉल नम्बर 86 को मिला जिसे रंजना राजपूत, आकांक्षा सूर्यवंशी, अंकिता जैन एवं अल्पना ने डिस्प्ले किया था। इसी तरह तृतीय पुरस्कार स्टॉल नम्बर 101 को मिला जिसे रक्षा श्रीवास्तव, ममता मेना, मेद्या प्रजापति एवं वर्षा यादव ने मिलकर डिस्प्ले किया था। पुरस्कार वितरण एक्सपो समापन समारोह में दिनांक 18 दिसम्बर को किया जावेंगा।
प्रतियोगिता के निर्णायक दल में सुश्री सुषमिता, मिताली पाण्डे, श्रुति कपूर एवं दीपका जडि़यां थी। ये सभी विकास आयुक्त हाथकरघा की पेनल डिजाईनर के साथ साथ मध्यप्रदेश हस्तशिल्प निगम की डिजाईनर है।
एक्सपो में गूंजी गजल संध्या
एक्सपो समिति ने ग्राहकों के मनोरंजन के लिए शाम 7 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम में गजल संध्या का कार्यक्रम कराया। जिसमें गजल गायक आरिफ लतिफ खान ने कार्यक्रम की शुरूआत गजल होठों से छुलो तुम जिसे सुनकर खरीदी कर रहे ग्राहक मंच के पास आकर बैठने लगे इसके बाद गजल गायक ने प्रसिद्ध गजलों की झड़ी लगा दी। जिनमें प्रमुख रूप से गजल चांदी जैसे रंग है तेरा, आज जाने की जिद न करों ”हम तेरे शहर में आये है मुसाफिर की तरह” से हुई उसके बाद चांदी जैसा रंग तेरा, तुमको देख तो ये ख्याल आया,होश वालों को खबर क्या, कोई फरियाद तेरे दिल में सहित अनेक फनकारों की गजलें गाकर आरिफ लतिफ खान ने खूब तालियां बटोरी और समा बांध दिया। अन्य कलाकारों में तबला पर अमित गिटार पर रवि, आरगन पर शुभम्, अक्टोपेट पर मो.यूसुफ ने बढि़या संगत दी कार्यक्रम का संचालन उद्घोषक लखन गुरू ने किया। एक्सपो निम्नानुसार प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।