नई दिल्ली
आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी समर्थित एनडीए सरकार को सत्ता विहीन करने के लिए विपक्षी दल एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है. विपक्षी एकता को धरातल पर लाने और उसे केंद्र की कुर्सी पर बैठी बीजेपी के खिलाफ मजबूत करने के मकसद से आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू मुख्य भूमिका में नजर आ रहे हैं.
इस बाबत गुरुवार को नायडू ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद सियासी हलके में गहमागहमी शुरू हो गई है. मुलाकात के दौरान देवगौड़ा ने कहा कि नायडू ने मुझसे और कुमारस्वामी से मुलाकात की. इस मुलाकात में केंद्र से एनडीए को उखाड़ फेंकने और इसके लिए रणनीति तैयार करने पर बात हुई.
देवगौड़ा ने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार में समस्याओं का जंजाल खड़ा हो गया है, वैधानिक संस्थाएं खतरे में आ गई हैं. उन्होंने सभी नेताओं से अपील की कि एनडीए को हराने के लिए सभी सेक्युलर नेताओं को एकजुट होकर लड़ना चाहिए ताकि लोगों को समस्याओं से राहत दिलाया जा सके.
साथ ही उन्होंने कांग्रेस से अपील करते हुए कहा कि कांग्रेस को भी इसमें शामिल होना चाहिए. देवगौड़ा ने कहा कि कांग्रेस को 17 राज्यों के विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है, लेकिन आने वाले चुनावों में परिणाम अच्छे होंगे.
जल्द बनेगा गठबंधन- नायडू
भाजपा के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा बनाने की कोशिश कर रहे नायडू ने दावा किया कि देश का मिजाज भाजपा नीत राजग के खिलाफ है और जल्द ही कई क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन बनाया जाएगा. देवगौड़ा और कुमारस्वामी से मिलने के बाद नायडू ने संवाददाताओं से कहा कि गठबंधन बनाने के लिए शुरूआती कदम अभी तक तय नहीं हुए हैं.
उन्होंने कहा कि तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के बाद कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जाएगी. नायडू ने कहा, ‘मैंने मायावती, अखिलेश यादव से बातचीत की. मैंने सभी से मुलाकात की है. कल मैं डीएमके अध्यक्ष स्टालिन से मिलूंगा. हम तय करेंगे कि आम-सहमति के साथ गठबंधन कैसे आगे ले जाया जाए. यह शुरुआती कवायद है. इसके बाद हम मिलकर काम करेंगे.’
कांग्रेस के मुखर आलोचक रहे नायडू महागठबंधन के लिए उसके साथ बातचीत करने के भी खिलाफ नहीं हैं. हालांकि, उन्होंने प्रधानमंत्री पद के दावेदार के सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया.
नायडू ने कहा, ‘मैं हमारे रिश्ते पहले से ही अच्छे रहे हैं और मैं यहां देश को बचाने के लिए समर्थन मांगने आया हूं.’ उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए साथ आना होगा.’ नायडू ने कहा कि एनडीए की सरकार में सीबीआई मुश्किल में है, रिजर्ब बैंक ऑफ इंडिया पर भी हमला हो रहा है. यही नहीं, उन्होंने बीजेपी पर हमलावर रुख दिखाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ईडी और इनकम टैक्स का भी गलत इस्तेमाल कर रही है.
नायडू हमारे नेता- कुमारस्वामी
इस मुलाकात के बाद कुमारस्वामी ने कहा, ‘हमारा मुख्य उद्देश्य राष्ट्र को बचाना है, इसिलिए हम 201 9 लोकसभा चुनाव के लिए नया गठबंधन लाना चाहते हैं. इसके लिए कई क्षेत्रीय दलों के साथ संपर्क साधा जा रहा है. सभी क्षेत्रीय पार्टी के नेता कर्नाटक के परिणामों से खुश हैं. अब सभी एनडीए सरकार के खिलाफ एकजुट होना चाहते हैं और लड़ना चाहते हैं.’
कुमारस्वामी ने कहा कि नायडू हमारे नेता हैं, उन्होंने पहले भी मेरे पिता के साथ काम किया है. बाद में उन्होंने देवगौड़ा को समर्थन दिया था. उन्होंने कहा कि नायडू एक वरिष्ठ नेता हैं और सभी सेक्युलर ताकतों को व्यवस्थित करने में सक्षम हैं.
कुमारस्वामी ने कहा, ‘सभी पार्टियां कांग्रेस के साथ मिलकर काम करना चाहती हैं. कर्नाटक में हमने किसानों की मदद की है और पहले से ही 44 लाख किसानों को कर्ज से छूट दी गई है. कर्नाटक उपचुनाव में मिली सफलता को लेकर हम एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करेंगे. इस शपथ ग्रहण समारोह में हमने सभी नेताओं को आमंत्रित किया है. इस कार्यक्रम का आयोजन दिसंबर के अंत में या फिर जनवरी की शुरुआत में होगा. बीजेपी के अलावा सभी मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को इसके लिए बुलाया गया है.’
विपक्षी एकता को मजबूत करने के मिशन के तहत नायडू ने हाल में ही दिल्ली आकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा था कि हम दोनों 2019 में केंद्र से एनडीए की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए सबकुछ भुलाकर साथ आए हैं.