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कांग्रेस में ‘टीम राहुल बनाम प्रियंका’ विवाद तेज; BJP बोली— इसी MLA का नाम सामने आया

ओडिशा 
ओडिशा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद मुकीम के पत्र को लेकर भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गई है। भाजपा का दावा है कि कांग्रेस में आंतरिक कलह चल रही है। साथ ही पार्टी में टीम राहुल गांधी बनाम टीम प्रियंका गांधी होने का भी दावा किया। मुकीम ने राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी को पत्र लिखकर नेतृत्व पर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि प्रियंका गांधी को लीडरशिप में आना चाहिए।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने लिखा, 'टीम प्रियंका बनाम टीम राहुल खुलकर सामने आ गया है। कांग्रेस की आंतरिक कलह अब बाहर आ गई है।' उन्होंने लिखा, 'ओडिशा से वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने सोनिया गांधी को लिखा कि खरगे हटाओ, प्रियंका लाओ। साथ ही प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं।' उन्होंने लिखा, 'ओडिशा के नेता मोहम्मद मुकीम ने राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व संकट पर सवाल उठाए हैं और पार्टी को दोबारा तैयार करने के लिए संगठन और विचारधारा स्तर पर सुधार की बात कही है।'

मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व पर सवाल
मीडिया से बातचीत में मुकीम ने गुरुवार को कहा, '…मैंने सोनिया गांधी को पत्र लिखा, जिसमें कहा गया है कि पार्टी मुश्किल दौर से गुजर रही है और उनकी सलाह और नए नेतृत्व की जरूरत है…। श्री मल्लिकार्जुन खरगे बहुत वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन उम्र उनके पक्ष में नहीं है। 83 साल उम्र हो चुका है। विपक्ष की पार्टी के मुखिया के हिसाब से जो मेहनत करना चाहिए, जो दौड़ भाग करना चाहिए, लोगों को कनेक्ट करना चाहिए। वो संभव नहीं है। उन्हें सलाहकार रहकर किसी युवा को सामने लाना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'हमारे पास प्रियंका जी हैं और भी बहुत सारे युवा हैं, जो पार्टी को मजबूत करेंगे। राहुल जी सीएलपी नेता है, वो अपनी भूमिका निभा रहे हैं। कोई अध्यक्ष बनकर अपनी भूमिक निभाएगा। यह कांग्रेस के सच्चा वर्कर होने के नाते मेरी व्यक्तिगत रूप से सोनिया जी से अपील है।'

पत्र में क्या
पूर्व विधायक मुकीम की तरफ से सोनिया गांधी को पत्र लिखा गया था। इसमें उन्होंने कई राज्यों में कांग्रेस की हार का जिक्र किया था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने लिखा था, 'सिलसिलेवार गलत फैसले, नेतृत्व के गलत फैसले और गलत हाथों में जिम्मेदारी ने पार्टी को अंदर से कमजोर कर दिया है। इन गलतियों को ठीक करने के बजाए ऐसा लग रहा है कि हम उन्हें दोहरा रहे हैं और नतीजा पूरे देश के सामने है।' उन्होंने पत्र में कांग्रेस नेतृत्व और भारतीय युवा में दूरी पर भी चिंता जताी। उन्होंने कहा कि 83 साल के मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में पार्टी युवाओं से नहीं जुड़ पा रही है। उन्होंने सांसद राहुल गांधी से मिलने के असफल प्रयासों का भी जिक्र किया। रिपोर्ट के अनुसार, मुकीम ने कहा कि पहले इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के समय नेताओं को प्रोत्साहित किया जाता था, सुना जाता था और उनकी कीमत थी।

प्रियंका गांधी वाड्रा को बड़ी भूमिका देने की अपील
रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि वायनाड सांसद प्रियंका गांधी को केंद्रीय और सक्रिय नेतृत्व भूमिका में आना चाहिए। साथ ही उन्होंने सचिन पायलट, डीके शिवकुमार, रेवंत रेड्डी और शशि थरूर को नेतृत्व भूमिकाओं में लाने की बात कही है।

चुनाव में हार पर सवाल
पीटीआई भाषा के अनुसार, मुकिम ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर प्रदेशाध्यक्ष भक्त चरण दास के नेतृत्व पर सवाल उठाए। मुकिम ने पार्टी में असहमति का संकेत देते हुए बुधवार को लिखे पत्र में कहा कि दास को इस साल की शुरुआत में लगातार तीन चुनाव हारने और ‘कांग्रेस विरोधी राजनीतिक विचारधारा’ से जुड़े होने के बावजूद प्रदेश इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। दास को फरवरी में ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।

पूर्व विधायक ने प्रदेशाध्यक्ष और उनके विधायक बेटे सागर द्वारा अलग ‘कोसल राज्य’ के लिए दिए जा रहे सार्वजनिक समर्थन पर भी सवाल उठाया तथा दावा किया कि इस रुख से पार्टी कार्यकर्ताओं में ‘गहरी अशांति’ का भाव उत्पन्न हो गया है। मुकीम ने नौपाड़ा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस की करारी शिकस्त को जनता के कम होते विश्वास का एक और सबूत बताया। मुकीम भी फरवरी में प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद की दौड़ में भी शामिल थे।

उन्होंने पत्र में लिखा, 'जब कोई नेता अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में विश्वास हासिल नहीं कर पाता, तो कार्यकर्ता स्वाभाविक रूप से उसके नेतृत्व पर से भरोसा खो देते हैं और ओडिशा में पार्टी का नेतृत्व करने की उनकी क्षमता पर सवाल उठाते हैं।' उन्होंने बताया कि कांग्रेस को इस सीट पर लगभग 83,000 मतों से हार का सामना करना पड़ा था।