करगहर (रोहतास)
इस बार के चुनाव में जन सुराज की सरकार बनी, तो करगहर का लाल मुख्यमंत्री बनेगा। जसुपा के प्रत्याशी रितेश रंजन पांडेय ने जागरण से विशेष मुलाकात में ये बात कही। उन्होंने बताया कि जन सुराज पार्टी के प्रणेता एवं सूत्रधार प्रशांत किशोर का पैतृक गांव भले ही कोनार है, लेकिन जन्म करगहर में ही हुआ था। क्योंकि उनके पिता डॉ. श्रीकांत पांडेय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उस वक्त कार्यरत थे। प्रशांत किशोर अगर बिहार के मुख्यमंत्री बनते हैं तो करगहर के अलावा भोजपुरिया समाज के लिए गर्व का विषय बनेगा।
मुझे और प्रशांत किशोर के पास पैसे कमाने की लालसा नहीं बल्कि बिहार का भविष्य बनाने की है। रितेश रंजन ने बताया कि जिस परिवार में एक भी लड़का पढ़ लिखकर अच्छे पद पर पहुंच जाता है उस परिवार का कायाकल्प हो जाता है। रितेश रंजन पांडेय ने जनता से अपील करते हुए कहा कि एक बार अपने बच्चों की शिक्षा एवं रोजगार के लिए जनसुराज को वोट करें। अपने जीवन की यात्रा की कहानी सुनाते हुए कहा कि उन्होंने गरीबी को बहुत नजदीक से देखा है।
गीत-संगीत की दुनिया में कदम रखने की कहानी सुनाते हुए बताया कि बनारस में अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेल रहा था। उस समय कुछ गीत भी गाते थे। मेरे सुरीली आवाज में ही में गाए गीत को सुनकर दोस्त काफी प्रशंसा करने लगे। इसके बाद बनारस संगीत से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद मुंबई साधारण डिब्बे में आना-जाना शुरू हुआ।
साधारण डिब्बे में चढ़ने के दौरान मुंबई में पुलिस की लाठियां भी खाई है। उसी समय एहसास हुआ कि गरीबी क्या होती है। अच्छे संगीतकार बनने के बाद फिल्मी दुनिया में कदम रखा और कई देशों में भ्रमण करने का मौका मिला है।
Dainik Aam Sabha