भोपाल
दक्षिण-पश्चिम मानसून मध्य प्रदेश के सुदूर पूर्व-दक्षिण जिलों से भी वापस लौट रहा है। अधिकांश क्षेत्रों में बादल छंटते ही ठंड ने धावा बोल दिया है। शनिवार को राजगढ़ का न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। यह मैदानी क्षेत्र में देश का सबसे ठंडा स्थान रहा। यह हिमाचल, मेघालय, सिक्किम के कुछ शहरों से भी ठंडा था। इंदौर में 15 डिग्री और धार में 15.6 डिग्री न्यूनतम तापमान भी सामान्य से काफी कम रहे।
प्रदेश के 22 जिलों में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा है। शनिवार को खजुराहो में सबसे अधिक गर्मी (33.4 डिग्री) रिकार्ड हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, वर्तमान में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। मध्य प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों से मानसून वापस जा चुका है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में ठंड बढ़ने लगी है। वहां से लगातार आ रही सर्द हवाओं के कारण प्रदेश में हल्की ठंडक महसूस होने लगी है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी वीएस यादव ने बताया कि दो-तीन दिन में मध्य प्रदेश के पूरे रीवा, शहडोल संभाग एवं जबलपुर संभाग के शेष क्षेत्रों से भी मानसून के वापस लौटने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। वर्तमान में चक्रवाती तूफान शक्ति का अवशेष कम दबाव के क्षेत्र के रूप में पश्चिम-मध्य अरब सागर पर बना हुआ है।
एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। वातावरण से नमी कम होने के कारण बादल भी छंट गए हैं। आसमान साफ रहने के साथ ही उत्तर भारत की ओर से आ रही सर्द हवाओं के कारण प्रदेश में हल्की ठंडक बढ़ गई है। तीन-चार दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने के आसार हैं। इस दौरान रात के तापमान में कुछ और भी गिरावट हो सकती है।
यहां समझिए कितना ठंडा था राजगढ़
राजगढ़ – 13.5
सुंदरनगर (हिमाचल) – 13.9
यारकोड (तमिल नाडू) – 14
नाहन (हिमाचल) – 14.3
शिलांग (मेघालय) – 14.5
पेक्योंगे (सिक्किम) – 14.9
इंदौर – 15
धार – 15.6
मंडी (हिमाचल) – 15.6
कानपुर (उत्तर प्रदेश) – 16
(स्रोत – मौसम विज्ञान विभाग, आंकड़े डिग्री सेल्सियस में।)