नई दिल्ली
IPL 2025 में एक नया नियम लागू हुआ है, जो खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट से जुड़ा हुआ है। इस नियम के तहत, टीमें टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही अपने स्क्वाड में बदलाव कर सकती हैं। कई फ्रेंचाइजी ने इस नियम का इस्तेमाल किया और चोटिल या अनफिट खिलाड़ियों की जगह नए खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया। बता दें कि टूर्नामेंट शुरू होने से पहले कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को बड़ा झटका लगा जब तेज गेंदबाज उमरान मलिक फिटनेस टेस्ट में फेल हो गए और उन्हें टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। उनकी जगह चेतन सकारिया को टीम में शामिल किया गया है। वहीं, मुंबई इंडियंस (MI) ने भी अपनी टीम में बदलाव किया और कॉर्बिन बॉश को PSL छोड़कर मुंबई इंडियंस से जोड़ा गया। आइए जानते हैं कि IPL 2025 में यह रिप्लेसमेंट नियम क्या हैं और कैसे खिलाड़ी टूर्नामेंट के दौरान टीमों में एंट्री पा सकते हैं।
IPL 2025 के नए रिप्लेसमेंट नियम
सीजन-एंडिंग इंजरी या बीमारी: अगर किसी खिलाड़ी को ऐसी चोट या बीमारी हो जाती है जिससे वह पूरे सीजन नहीं खेल सकता, तो टीम उसे रिप्लेस कर सकती है।
12 लीग मैचों तक बदलाव की सुविधा: 2025 के नियमों के अनुसार, पहले 12 लीग मैचों के दौरान खिलाड़ी बदले जा सकते हैं। पहले यह सीमा सिर्फ 7वें मैच तक थी।
रजिस्टर्ड अवेलेबल प्लेयर पूल (RAPP): रिप्लेसमेंट के तौर पर सिर्फ वही खिलाड़ी टीम में शामिल किए जा सकते हैं, जो BCCI के रजिस्टर्ड अवेलेबल प्लेयर पूल (RAPP) में शामिल हों।
सैलरी सीमा: रिप्लेसमेंट खिलाड़ी की सैलरी उस खिलाड़ी से अधिक नहीं हो सकती, जिसकी जगह उसे टीम में शामिल किया जा रहा है।
सैलरी कैप और कॉन्ट्रैक्ट के नियम
टीम के सैलरी कैप पर असर नहीं: बीसीसीआई के नियमों के मुताबिक, रिप्लेसमेंट खिलाड़ियों की फीस मौजूदा सीजन के सैलरी कैप में शामिल नहीं होती। भविष्य के लिए कॉन्ट्रैक्ट: अगर टीम अगले सीजन के लिए रिप्लेसमेंट खिलाड़ी का कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाती है, तो उसकी फीस टीम के कुल सैलरी कैप में जुड़ जाएगी।
IPL 2025 के लिए रिप्लेसमेंट की बढ़ती जरूरत
IPL में चोटिल खिलाड़ियों की समस्या आम बात है, और इस नए नियम के तहत टीमें टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही अपने स्क्वाड को संतुलित कर सकती हैं। IPL 2025 में कई टीमों ने इस नियम का फायदा उठाते हुए नए खिलाड़ियों को जोड़ा है, जिससे टूर्नामेंट और भी रोमांचक हो सकता है।